यह कहानी है किस की जो की बहुत मेहनती था वह बड़ी मेहनत से खेतों में अनाज उगाता था और उसकी देखभाल करता था की फसल खराब हो जाती थी कभी सूखा पड़ जाता कभी बाढ़ आ जाती कभी तेज धूप कभी आंधी कोई ना कोई कारण से उसकी फसल खराब हो ही जाती है किस पेड़ के नीचे बैठकर अपनी बर्बाद हुई फसल को देख रहा था और तभी वह गुस्से में आसमान की तरफ देखकर ईश्वर से कहता है कि मालिक लोग तुझे महान मानते हैं सर्व ज्ञानी मानते हैं सबसे बड़ा मानते हैं कहते हैं कि आप सब जानते हैं लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि आपको कुछ भी नहीं पता है मुझे यह लगता है कि आपको तो यह भी नहीं पता है अगर आप यह जानते होते और समय जो बाढ़ आंधी और तूफान आते हैं वह कभी नहीं आती आप नहीं जानते कि कितना नुकसान उठाना पड़ता है हम किसानों को अगर मेरे हाथ में ही शक्ति होती है कि जैसा मैं चाहूं वैसा मौसम हो जाए तो फिर आप देखना मैं फसल को कितने अच्छे तरीके से उठता हूं तभी उतने में ऊपर से आवाज आई मैं तुझे ही शक्ति देता हूं आज से तू जैसा चाहे वैसा मौसम करके अपनी फसलों की रक्षा कर सकता है