यह सच है कि संघर्ष ही जीवन का अनुभव कराता है, इसे साबित कर दिखाया हैं! खंडवा जिले से लगभग 50 किलोमीटर दूर खलवा ब्लॉक के 30 पिछड़े गांव के 50 युवतियों ने पहले प्रदेश के शहरों और आस पास के क्षेत्रों में मजदूरी करने को विवश थी! कोरोना लॉकडाउन ने जब बे सहारा किया तो स्पंदन समाज सेवा समिति के सीमा दीदी और प्रकाश सर से मिला सहयोग और बाइक रिपेयरिंग का ट्रेनिंग तो खुद का हुनर किया विकसित और अपने गांव में ही खोल दिया बाइक रिपेयरिंग का शॉप इसके पीछे यह सोच है, की इससे लड़कियों की आमदनी में नियमितता बनी रहेगी और अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा श्रोत बनेंगी!