उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से शहनाज़ ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आत्महत्या अक्सर निराशा के कारण की जाती है। नशा, तनाव इसका मुख्य कारण होता है
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानि की NCRB के हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 23,178 गृहिणियों ने आत्महत्या की थी। यानी देशभर में हर दिन 63 और लगभग हर 22 से 25 मिनट में एक आत्महत्या हुई है। जबकि साल 2020 में ये आंकड़ा 22,372 था। जितनी तेज़ी से संसद का निर्माण करवाया, सांसद और विधायक अपनी पेंशन बढ़ा लेते है , क्यों नहीं उतनी ही तेज़ी से घरेलु हिंसा के खिलाफ सरकार कानून बना पाती है। खैर, हालत हमें ही बदलना होगा और हमें ही इसके लिए आवाज़ उठानी ही होगी तो आप हमें बताइए कि *---- आख़िर क्या वजहें हैं जिनके कारण हज़ारों गृहणियां हर साल अपनी जान ले लेती हैं? *---- घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? *---- और क्या आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा को होते हुए देखा है ?
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से रख्रूद्दीन खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि राजीव की डायरी में बहुत ही अच्छा मुद्दा उठाया गया है। जिसमे यह बताया जा रहा है कि जो आत्महत्याएं हो रही है, वो किस कारण से हो रही है। आये दिन हमें यह देखने और सुनने को मिलता है कि किसी गृहणी ने आत्महत्या कर ली, या किसी व्यक्ति ने महिला को मार डाला। इसे रोकने के लिए महिलाओं को शिक्षा से जोड़ना होगा और महिलाएं शिक्षित होंगी तो अपने अधिकारों को जानेंगी और गलत कदम उठाने की जगह वो सही राह को चुनेंगी