सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने यूजर्स को एक फ्रॉड मैसेज से सतर्क रहने की सलाह दी है, जिसमें दावा किया गया है कि सरकार 10 करोड़ लोगों को तीन माह का मुफ्त रिचार्ज उपलब्ध कराएगी. सीओएआई की तरफ से इसे लेकर स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

सितंबर में दो करोड़ से अधिक परिवारों ने मनरेगा का लाभ उठाया, यह दर्शाता है कि ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत काम की मांग केंद्र और राज्यों द्वारा अधिकांश कोविद प्रतिबंध हटाए जाने के महीनों बाद भी उच्च बनी हुई है. आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में 2.07 करोड़ परिवारों ने इस योजना का लाभ उठाया– जो कि 2020 में इसी महीने की तुलना में 3.85% अधिक था। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

पीएम मुद्रा योजना के हवाले से एक लेटर सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर वायरल हो रहा है. इसमें कहा गया है कि 2015 में शुरू हुई पीएम मुद्रा योजना में करोड़ों लोगों को अब तक अपना कारोबार शुरू करने के लिए लोन दिया जा चुका है। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

देश भर में लगभग 10.34 करोड़ लोगों ने निर्धारित अंतराल के बाद कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है. जबकि सरकार टीकाकरण पूरा होने पर जश्न मना रही है. पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक नहीं लेने वाले इन 10.34 करोड़ में से 85 फीसदी ने कोविशील्ड टीका लगवाया था, जबकि बाकी ने कोवैक्सीन लिया था। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

कृषि क्षेत्र में आज जो बड़े जोत वाले किसान अपने खेतों से बेहतर कमाई रहे हैं पर छोटी जोत वाले किसानों के समक्ष आर्थिक परेशानियां है. इस कारण से उन्हें दैनिक मजदूरी भी करनी पड़ती है, ताकि अपने और अपने परिवार का पेट पाल सकें. क्योंकि हाल ही में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि छोटे और सीमांत किसानों की आय का एक तिहाई से अधिक दैनिक मजदूरी से आता है. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

सरकार ने कहा है कि दो महीनों में ई-श्रम पोर्टल पर 5 करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है. यह असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के बारे में पहला संगठित रूप से एकत्रित राष्ट्रीय आंकड़ा है. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने एक बयान में कहा,दो महीनों में 5 करोड़ से अधिक कामगारों ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

आजकल एक मैसेज बहुत देखने में आ रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि भारत में चीन ऐसे खास तरीके के पटाखे और सजावटी लाइट भेज रहा है, जिससे अस्थमा की बीमारी और आंखों के रोग फैल सकते हैं. इसके साथ मैसेज के आखिर में इस जानकारी के गृह मंत्रालय द्वारा भेजे जाने की बात कही गई है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

गरीब परिवारों के लिए भारत सरकार ने जो स्वास्थ्य योजना शुरू की है उसका लाभ ही उन्हें नहीं मिल पा रहा है.आयुष्मान भारत योजना का लाभ पाने के लिए गरीबों को सरकारी अस्पतालों के चक्कर लगाने पड रहे हैं. उत्तर प्रदेश में कई ऐसे परिवार हैं, जिन्हें कोविड की दूसरी लहर में इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना कार्ड का ही सहारा था पर अस्पतालों ने उसे स्वीकार नहीं किया। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

दोस्तों, यह व्यवस्था बायोमैट्रिक सिस्टम पर आधारित है. इससे राशन कार्ड धारक की पहचान उसकी आंख और हाथ के अंगूठे से होती है. इस योजना से देशभर के 32 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जुड़ चुके हैं. अगर कोई राशन कार्ड धारक दूसरे शहर जा रहा है तो वह 'मेरा राशन ऐप' पर खुद रजिस्टर कर के जानकारी दे सकता है. रजिस्ट्रेशन करने बाद उसे वहीं राशन मिल जाएगा. इसके साथ ही प्रवासी लाभार्थियों को इस ऐप के जरिए पता करना आसान होगा कि उनके आसपास पीडीएस के तहत संचालित राशन की कितनी दुकानें हैं. कौन सी दुकान उनके सबसे ज्यादा करीब है, यह भी आसानी से पता लगाया जा सकता है. दोस्तों, अगर आप कार्ड बनवा चुके हैं तो क्या आपको समय पर राशन मिल रहा है? और क्या आपको एक देश एक राशन कार्ड योजना के बारे में जानकारी थी? अपनी बात हम तक जरूर पहुंचाएं. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

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