प्रकृति ने फिर से अपना ग़ुस्सा दिखाना शुरू कर दिया है. अभी चार दिन पहले जिस दिन मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि दक्षिण पश्चिम मानसून लौट चला है, उसी दिन केरल में बाढ़ ने तबाही मचा दी. कई लोग मारे गए और बहुत से लोग बेघर हो गए. दशहरे के अगले रोज़ दिल्ली में मानसून सक्रिय हो गया और जुलाई-अगस्त की याद दिला दी. इस बारिश के चलते अचानक सब्ज़ियों के दाम बढ़ गए हैं. हर वर्ष जाड़ा शुरू होते ही सब्ज़ियों के दाम गिरने लगते थे किंतु इस वर्ष प्याज़ और टमाटर अस्सी रुपए पार कर गए हैं. खाने के तेल और दालें पहले से ही पहुँच के बाहर हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
कोरोनावायरस की तीसरी लहर की संभावना और त्योहारी सीजन के बीच वायरल हो रही एक खबर ने लोगों को परेशान कर दिया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी होने की वजह से कल सुबह से देशभर में लॉकडाउन लगाया जाएगा.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
इंटरनेट पर भ्रामक खबरों के जरिए लोगों को बरगलाया जाता है. लोगों को तरह तरह के प्रलोभन देकर अपनी वेबसाइट का प्रचार भी लोग करते हैं. बेरोजगारों को हर महीने 3500 रुपये देने की एक योजना का मैसेज इस समय जमकर वायरल किया जा रहा है. केंद्र की योजना बताकर इस मैसेज को सर्कुलेट किया जा रहा है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
भारत 116 देशों के वैश्विक भूख सूचकांक 2021 में 101वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि साल 2020 में देश 94वें स्थान पर था. भारत अब अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से पीछे है. यह रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार ने कहा कि यह हैरान कर देने वाला है कि वैश्विक भूख सूचकांक में भारत की रैंक और घटी है. साथ ही सरकार ने रैंकिंग के लिए इस्तेमाल की गई पद्धति को ‘अवैज्ञानिक’ बताया. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि यह ‘चौंकाने वाला’ है कि वैश्विक भूख रिपोर्ट 2021 ने कुपोषित आबादी के अनुपात पर फूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाईजेशन के अनुमान के आधार पर भारत के रैंक को कम कर दिया है .विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि सरकार 3 महीने तक सभी लोगों के मोबाइल फोन फ्री रिचार्ज करवाएगी. दावे के मुताबिक ऐसा रिकॉर्ड कोरोना वैक्सीनेशन होने की खुशी में किया जा रहा है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कोविड-19 वैक्सीन पर विषय विशेषज्ञ समिति ने भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण से दो से 18 साल तक के बच्चों एवं किशोरों को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में भारत बायोटेक का ‘कोवैक्सीन’ टीका लगाने की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की है. स्वास्थ्य सूत्रों ने यह जानकारी दी. हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने दो साल से 18 साल तक के बच्चों एवं किशोरों में इस्तेमाल के लिए कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के दूसरे-तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
अंतराष्ट्रीय संगठन सेव द चिल्ड्रन द्वारा जारी नई रिपोर्ट 39 ग्लोबल गर्लहुड रिपोर्ट 2021 39 से पता चला है कि बचपन में ही विवाह हो जाने के कारण हर साल करीब 22,000 से ज्यादा बच्चियों की जान जा रही है, जिसका मतलब है कि बाल विवाह हर रोज 60 से ज्यादा बच्चियों की जान लील रहा है. इनमें से ज्यादातर जानें बचपन में ही गर्भावस्था और प्रसव का बोझ ढोने के कारण हो रही हैं, क्योंकि छोटी उम्र में बच्चियों को इससे जुड़ी स्वास्थ्य सम्बन्धी जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है, जबकि देखा जाए तो उस उम्र में उनका शरीर इसके लिए तैयार नहीं होता है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस रोहिंटन नरीमन ने बीते रविवार को कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को राजद्रोह कानून और गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम को रद्द करना चाहिए, ताकि देश की जनता ‘खुले में सांस’ ले सके. लाइव लॉ के मुताबिक जस्टिस रोहिंटन नरीमन ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करता हूं कि वह मामले को सरकार के पास वापस न भेजें. सरकारें आएंगी और जाएंगी तथा कानूनों में संशोधन या रद्द करना सरकार का काम नहीं है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
इन दिनों साइबर ठग काफी सक्रिय हैं. कोई केवाईसी अपडेट करने के नाम पर तो कोई लॉटरी संबंधित मैसेज, ईमेल या कॉल करके लोगों को ठगने का प्रयास कर रहा है. अब आरबीआई के नाम पर लोगों को 19900 रुपये ऐंठने का मेल भेजा जा रहा है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
प्रख्यात जल संरक्षणवादी राजेंद्र सिंह ने आगाह किया है कि अगर देश में जल की कमी बनी रही तो अगले सात वर्षों में भारत को जलवायु शरणार्थी संकट का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि देश तब तक ‘पानीदार यानि जल के मामले में आत्मनिर्भर नहीं बन सकता, जब तक कि जल के उपयोग और उसके पुनर्भरण में संतुलन स्थापित नहीं हो जाता। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।