कोरोना लॉकडाउन खोला जा रहा है, लोगों को फिर से काम पर लौटने की उम्मीद है पर उन लोगों का क्या जिनकी रोजी रोटी छोटे उद्योग धंधों पर टिकी थी? दरअलस देश के एक तिहाई यानी कि 33 फीसदी से ज्यादा स्व-रोजगार और छोटे एवं मंझोले उद्योग लॉकडाउन में दी गई ढील में अपना व्यापार शुरू करने में असमर्थ हैं और करीब-करीब एकदम से बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।