झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के टाटीझरिया प्रखंड से निश गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताई की वे एक टीचर हैं और जो भी पैसे उनकी जॉब से मिलती है अपने घर के काम में लगा देती हैं | वे कहती हैं की प्रत्येक महिला को अपने परिवार का सपोर्ट करने का अवसर मिलना चाहिए |

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड टाटीझरिया से किरण देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी दे रहे है कि लॉकडाउन में सब बेटे -बहु एक साथ रह रहे है। समय से खाना पीना इनको मिल जाता है जिससे इनको बहुत अच्छा लगता है। साथ ही कई प्रवासी मजदूर बाहर से आते है उनकी मदद करने को वे हमेशा तैयार रहती है। कि उन्हें कहाँ सेटल करना है।

झारखण्ड राज्य के टाटीझरिया प्रखंड के हज़ारीबाग़ जिले से मन्नू देवी मेरी पंचायत मेरी शक्ति के माध्यम से यह कहती हैं कि लॉकडाउन के समय वह घर पर रहती है। वह कहती हैं कि पहले वह घर का काम बहुत करती थी। लेकिन जब से उनके पति आए उसके बाद से उनके पति ने हर काम में हाथ बटाना शुरू कर दिया

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड से डॉली कुमारी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके पापा मुंबई में रहते हैं। लोकडाउन के कारण घर पर हैं और घर के कामों में मां का हाथ बटा रहे हैं। जैसे-खेती-बाड़ी में योगदान ,पशुओं की देखभाल,इत्यादि

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड से उषा देवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉकडाउन के कारण पति घर पर हैं तथा जानवरों और बच्चों की देख-भाल करते हैं। घर और बाहर के कार्यों में भी हाथ बटाते हैं

झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड से संगीता देवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके पति मुंबई में रहते थे। लोकडाउन में घर आए हुए हैं तथा घर के सभी कामों में सहायता करते हैं

झारखण्ड राज्य के टाटीसिलवे जिला हजारीबाग से रेखा देवी में पंचायत मेरी शक्ति के माध्यम से यह कहती हैं कि लॉकडाउन से पहले वह अकेले काम करती थी। लेकिन जब से लॉकडाउन होने के बाद अब उनके पति भी पूरा सहयोग करते है। साथ ही वह कोरोना वायरस से बचने के लिए हर नियमो का पालन करती हैं

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के टाटीझरिया से संगीता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहती है,कि लॉक डाउन के दौरान वो और उनके पति साथ मिल कर घर का काम करते है, और दोनों मास्क लगा कर ही एक दूसरे से बात करते है,और मास्क ना हो तो कपड़ा मुँह पर लगा कर और दुरी बना कर घर में काम करते है

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड टाटीझरिया से मोहन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ये अक्सर अपने काम की वजह से घर से बाहर रहते थे। पर जब से लॉकडाउन हुआ है तब से घर पर है और अपनी पत्नी के कार्यो में सहयोग करते है

झारखण्ड राज्य के जिला हजारीबाग के प्रखंड टाटीझरिया से सुकेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि लॉकडाउन में पता चला की घर की महिलाये कितना कार्य करती है। कितनी मुश्किल से खाना बनाती है। जब से लॉकडाउन हुआ है तब से अपनी पत्नी के कार्यो में सहयोग करते है।  और चाहते है कि ज़्यादा से ज़्यादा समय बचाये और उस समय को अच्छे कार्यो में लगाये।