झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से मोबाइल वाणी के माध्यम से सीतल कुमारी बता रही हैं की अगर दिव्यांगता को कम करना है तो पहले उनके साथ बच्चो जैसा वयवहार करना होगा जिससे की वो खुद को अक्षम ना समझे और उन्हें ना लगे की उनके साथ किसी तरह का भेदभाव हो रहा है इसके लिए उनके सपने को जानकर उसका सम्मान करना चाहियें और खेल कूद और सभी चीजों में उन्हें शामिल करना चाहियें