भारत से विदेश भेजे जाने वाले सभी कफ सिरप की अब लैब टेस्टिंग होगी। लैब में परीक्षण के बाद ही सिरप को एक्सपोर्ट किया जा सकेगा। नया नियम 1 जून से लागू होगा।पिछले साल गाम्बिया में 66 और उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई थी। दावा किया गया था कि ये मौतें भारत में बनी खांसी की दवाइयों को पीने के बाद हुई हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
दुनिया भर में बढ़ता तापमान अपने साथ-साथ नए खतरे भी लेकर आ रहा है। उनमें से एक खतरा बढ़ती गर्मी और लू से जुड़ा है। इस बारे में एक नए अध्ययन से पता चला है कि यदि वैश्विक तापमान में होती वृद्धि इसी तरह जारी रहती है तो मान 29 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर पहुंच चुका है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
अगर आपका अकाउंट एसबीआई में है और आपको अकाउंट टेम्पररी लॉक होने के मैसेज आ रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि कई एसबीआई ग्राहकों को एक संदेश मिला है जिसमें दावा किया गया है कि संदिग्ध गतिविधि के कारण ग्राहकों के खाते अस्थायी रूप से बंद कर दिए जाएंगे।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
पशुओं में संक्रमण के जरिए फैलने वाली जानलेवा बीमारी फिर पांव पसारने लगी। महाराष्ट्र, बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड एवं मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में इसके लक्षण दिखने लगे हैं। सप्ताह भर के भीतर तीन हजार से ज्यादा शिकायतें केंद्र सरकार को मिल चुकी हैं। बीमारी के फैलाव की आशंका के बीच सतर्कता बढ़ा दी गई है। मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने निगरानी समिति बना दी है, जो प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का आकलन करेगी। अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
जनसंख्या के साथ ही भारत पर कूड़े का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। भारत में विश्व का 13 प्रतिशत कूड़ा भारत में उत्पादित हो रहा है। चिंता की बात यह है कि देश में कुल उत्पादित कूड़े में से सिर्फ 28 प्रतिशत का ही निस्तारण हो पा रहा है।हालांकि, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन कार्यरत स्किल काउंसिल फॉर ग्रीन जॉब्स और सत्व कंसल्टिंग ने जेपी मॉर्गन के साथ ग्रीन जॉब पर जो रिपोर्ट तैयार की है, वह इन चुनौतियों के बीच नौकरियों की राह भी दिखा रही है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
हाल ही में चलन से वापस लिए गए 2,000 रुपये के अधिकतम 10 नोटों यानी कुल 20,000 रुपये को बदलने के लिए किसी फार्म या पहचान पत्र (आईडी) की जरूरत नहीं है। आरबीआई ने शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। हालांकि, 2000 रुपये का नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बना रहेगा।भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी प्रधान कार्यालयों के मुख्य महाप्रबंधक को पत्र लिखकर कहा है कि आम जनता को एक बार में कुल 20,000 रुपये तक के 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए किसी फार्म की जरूरत नहीं होगी। ऐसे नोटों को अपने खाते में जमा करने के लिए आरबीआई ने कोई सीमा नहीं तय की है।हालांकि इसके लिए 'अपने ग्राहक को जानो’ या केवाईसी मानदंडों व अन्य लागू वैधानिक जरूरतों को पूरा करना होगा। बैंक ने 20 मई के पत्र में कहा कि नोट बदलते समय कोई पहचान प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है।एसबीआइ ने कार्यालयों को लोगों के लिए सभी तरह की सुविधाओं की व्यवस्था करने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए कोई कितनी भी बार कतार में खड़ा हो सकता है।नोट बदलने की सुविधा 23 मई से उपलब्ध होगी, लेकिन कई ग्राहक शनिवार को 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए अपनी शाखाओं में पहुंचे। कुछ ग्राहकों ने खातों में 2,000 रुपये के नोट जमा करने के लिए कैश डिपाजिट मशीनों का प्रयोग किया।साथयों, 2000 के नोट चलन से वापस लेने से क्या फायदा होगा ?क्या सरकार का नोटबंदी करवाने से आम नागरिकों को दिक्कत होती है ?अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
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भारत भीड़ से जुड़े हादसों का तेजी से केंद्र बनता जा रहा है। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है। अध्ययन में कहा गया है कि धार्मिक समारोहों में भीड़ से जुड़े हादसे होने की आशंका सबसे ज्यादा रहती है। भीड़ से जुड़े हादसों में जान गंवाने वाले और घायल होने वाले लोगों का अबतक का सबसे व्यापक डेटाबेस तैयार किया गया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।