दिल्ली-महाराष्ट्र जैसे राज्यों में खतरे की घंटी बजा चुके खतरनाक कोरोना वायरस ने एक बार फिर से डरा दिया है. भारत में आज कोरोना वायरस ने लंबी छलांग लगाई है। देश में एक दिन में कोरोना वायरस के 10 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं, जिससे लोगों की टेंशन बढ़ गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 10,158 नए केस सामने आए हैं, जो बीते दिनों यानी बुधवार की तुलना में यह 30 फीसदी अधिक केस है. पॉजिटिविटी दर में भी उछाल देखी गई है और यह अभी 4.42 फीसदी पर है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक खबर तेज़ी से वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि आप समारोह में बचे खाने को 1098 पर फोन करके गरीब बच्चों के लिए चाइल्ड दे सकते हो। वायरल  खबर में लिखा है ‘खुशखबरी: प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के अनुसार, अगर आपके घर में कोई समारोह/ पार्टी है और बहुत सारा खाना बर्बाद हो जाता है, तो कृपया 1098 पर कॉल करें- चाइल्ड हेल्पलाइन के लोग और भोजन एकत्र किया जाएगा

मौसम का अनुमान लगाने वाले स्काईमेट ने आशंका जताई है कि आगामी जून से सितंबर में मानसून सामान्य से नीचे रहेगा, जिसने देश में खेती को लेकर चिंता बढ़ा दी है। स्काईमेट ने जून से सितंबर तक चार महीने की लंबी अवधि के लिए 868.6 मिलीमीटर बारिश का अनुमान लगाया है, जो दीर्घ अवधि के औसत का 94 फीसदी हो सकता है। ला नीना के चलते पिछले लगातार चार साल में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से अधिक रहा। अब ला नीना समाप्त हो गया है और अल नीनो के आसार बढ़ रहे हैं। मॉनसून के दौरान अल नीनो के प्रभावी रहने की आशंका है।

भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ रही है। आज यानी 10 अप्रैल 2023 को सक्रिय मामलों की संख्या 35,199 के आसपास बनी हुई है। 09 अप्रैल 2023 की सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 32,814 थी, जबकि 08 अप्रैल को इनकी संख्या 31,194 दर्ज की गई थी। महामारी के तीन वर्ष बीत चुके हैं। हालांकि इसके बाद भी महामारी का खतरा अब तक टला नहीं है। न केवल भारत बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अभी भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। साथियों आप हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में कोरोना की क्या स्थिति है ? क्या लोग कोरोना से बचाव के लिए सावधानियों का पालन कर रहे हैं ? अपनी बात हम तक पहुँचाने के लिए अपने फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 ।

मार्च के महीने में आई जलवायु आपदाओं को देखें तो देश में बिजली गिरने की घटनाओं ने भारी नुकसान पहुंचाया है। 12 राज्यों में वज्रपात की इन घटनाओं में करीब 60 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा मार्च 2023 के लिए जारी क्लाइमेट रिपोर्ट में सामने आई है। इतना ही नहीं इन आपदाओं में 550 मवेशियों के भी मारे जाने की सूचना मिली है। रिपोर्ट की मानें तो मार्च 2023 के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई थी। 1901 के बाद यह सातवां मौका है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

कोरोना संक्रमण का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने लगा है। कई राज्यों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि कई राज्यों में इससे बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं है। देश में पांच अप्रैल 2023 को सक्रिय मामलों की संख्या 23,091 के आसपास दर्ज की गई, जबकि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चार अप्रैल को सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक यह आंकड़ा 21,179 था।

स्टैंड-अप इंडिया योजना के तहत पिछले सात सालों में 1.80 लाख खाताधारकों को 40,700 करोड़ के लोन आवंटित किए जा चुके हैं। सात साल पहले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिलाओं के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टैंड अप योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना की अवधि को वर्ष 2025 तक बढ़ा दिया गया है।

डिजिटल बैंकिंग के साथ ही स्कैमर्स लोगों को निशाना बना रहे हैं. इस तरह वो लोगों के पैसे को लूट रहे हैं. कई मामले सामने आ चुके हैं जहां लोगों को लूटा गया है. इस तरह से स्कैम पिछले कुछ महीनों से हो रहे हैं. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

साल 2022 झारखंड के लिए बहुत बुरा बीता। इस साल पड़े सूखे की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ। राज्य सरकार का अनुमान था कि लगभग 30 लाख किसान प्रभावित हुए हैं। लेकिन 15 मार्च 2023 तक 33,16,789 किसान राज्य सरकार द्वारा घोषित मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना का फायदा उठाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। 2021-22 में 6,06,430 टन मक्के का उत्पादन हुआ था, लेकिन यह भी 2022-23 में घटकर 4,35,870 टन ही रह गया। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

देश के अलग अलग राज्यों में सरकारी दुकानों से मिलने वाले राशन में भारी मिलावट हो रही है। केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल देश के अलग-अलग राज्यों में लिए जाने वाले नमूने फेल हुए हैं। मंत्रालय के मुताबिक, यह मिलावट सरकारी गल्ले की दुकान चलाने वाले लोगों की ओर से हो रही है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।