चालीस की उम्र के बाद एंटीबायोटिक दवाएं जरा संभलकर खाएं, क्योंकि इनकी वजह से इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) का खतरा 48 फीसदी तक बढ़ जाता है। गट जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, एक से दो साल तक पेट या आंतों के संक्रमण को सुरक्षित करने वाली एंटीबायोटिक दवाएं लेने के बाद यह जोखिम बढ़ जाता है।न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने करीब 61 लाख डेनिश लोगों के स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण किया। इसके जरिये पता चला कि जिन लोगों ने किन्हीं वजहों से लगातार एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया उनमें आईबीडी का खतरा उन लोगों की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ गया था। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।