इंडियाना यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ता द्वारा किए एक नए अध्ययन से पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के हर्बिसाइड ग्लाइफोसेट के संपर्क में आने से जन्म के समय शिशुओं का वजन सामान्य से कम हो सकता है। इतना ही नहीं रिसर्च में यह भी सामने आया है कि इसकी वजह से नवजातों को इंटेंसिव केयर यूनिट में रखने का जोखिम भी कहीं ज्यादा बढ़ जाता है।