प्राकृतिक गैस की कीमतों में रिकार्ड वृद्धि के बाद सीएनजी आठ से बारह रुपए प्रति किलो महंगी हो सकती है जबकि रसोई गैस के भाव में छह रुपए प्रति इकाई का इजाफा किया जा सकता है। सरकार ने पिछले सप्ताह पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए भुगतान की जाने वाली दर को मौजूदा 6.1 डालर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (फीसद इकाई) से बढ़ाकर 8.57 डालर प्रति इकाई कर दिया।वहीं, मुश्किल क्षेत्रों से निकाली जाने वाली गैस की कीमत 9.92 डालर से बढ़ाकर 12.6 डालर प्रति इकाई कर दी गई है। इसी दर के आधार पर देश में उत्पादित गैस के लगभग दो-तिहाई हिस्से की बिक्री होती है।है।कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस की कीमतें सिर्फ एक साल में लगभग पांच गुना बढ़ गई हैं। आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज के अनुसार, कच्चे माल की ऊंची लागत के प्रभाव को पूरी तरह से दूर करने के लिए सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में 6.2 रुपए प्रति मानक घनमीटर और 9 से 12.5 रुपए प्रति किलोग्राम की वृद्धि करने की आवश्यकता होगी।