एक महीने के आंकड़ों की गणना का किया जाना अभी बाक़ी ही है,इसके बावजूद 2020-2021 और 2021-2022 के बीच देश भर में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर से दर्ज किये गये मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले में पहले ही तक़रीबन 37% की बढ़ोतरी हो चुकी है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।