बिहार में आर्सेनिक मिलने के बाद अब भूजल में यूरेनियम संदूषण पाया गया है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभाव को लेकर गहरी चिंता उत्पन्न हो गई है. हाल के एक अध्ययन के अनुसार, पूरे बिहार में आर्सेनिक और यूरेनियम की सांद्रता अत्यधिक विषम है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों क्रमशः 16% तथा 7% के सेंपल से कहीं अधिक है. आर्सेनिक और यूरेनियम के बीच यह जबर्दस्त प्रतिलोमी सह-संबंध आर्सेनिक और यूरेनियम गतिशीलता के विरोधाभासी रेडॉक्स नियंत्रणों के अनुरूप ही है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।