उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर तहसील में आने वाले मेवला गोपालगढ़ गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में वहां के कोविड पॉजिटिव निवासियों का एक नीम के पेड़ के नीचे ‘इलाज’ किए जाने की एक रिपोर्ट मीडिया में प्रकाशित हुई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने कुछ निवासियों पर मीडिया को झूठा बयान देने का आरोप लगाते हुए निशाना बनाया है. पूर्व प्रधान हरवीर तलन ने मीडिया को बताया था कि 19 अप्रैल को पंचायत चुनाव के बाद से असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निवासियों ने बीमारी की शिकायत की थी. उन्होंने कहा था, एक भी घर ऐसा नहीं है, जहां किसी को खांसी या बुखार न हो.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।