बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से अंजू देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज़ कार्यक्रम के तहत प्रीति कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि वे मेरी आवाज मेरी पहचान के मंच पर हुनरबाज कार्यक्रम को सुनती है जो अच्छा लगता है। इस कार्यक्रम को सुनकर उन्हें पता चला कि फटे पुराने कपड़े से पायदान बनाया जाता है गुलदस्ता बनाया जा सकता है। हुनरबाज़ कार्यक्रम सुनकर नयी नयी चीजों को बनाने की सीख मिलती है
बिहार राज्य के नालंदा हजिला के नूरसराय प्रखंड से राजमणि कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे हुनरबाज कार्यक्रम को सुना है और सीखा है की हमें अपने हुनर का प्रयोग करना चाहिए और अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे हुनरबाज कार्यक्रम को सुनकर ही पुरानी साड़ी से पायदान बनाया और उसे में अपनी कलाकारी की
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से उषा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज कार्यक्रम के तहत एक श्रोता से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने हुनरबाज कार्यक्रम को सुना है। हुनरबाज कार्यक्रम को सुनना अच्छा लगता है और इस कार्यक्रम को सुनकर ही उन्होंने पायदान बनाना सीखा है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिलसा प्रखंड के चंडी से अंजू मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनी देवी से बातचीत की। बातचीत में पुसोनी देवी ने बताया वे हुनर बाज़ कार्यक्रम को सुनते हैं उनका कहना है वे फ़टे हुए कपड़ा से पैर पोछना बना सकते हैं ,ब्लाउज बना सकते हैं साथ ही मड़वा में टांगने के लिए भी बना सकते हैं
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से उषा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज कार्यक्रम के तहत सुधा कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें हुनरबाज कार्यक्रम को सुना है। हुनरबाज कार्यक्रम को सुनकर उन्होंने फूलों से अगरबत्ती बनाना सीखा है। जैसे की गुलाब की पंखुड़ियों से गुलाबी रंग आ जाता है। उन्होंने बताया की हुनरबाज कार्यक्रम को सुनकर ही उन्होंने अगरबत्ती बनाना और बहुत कुछ बनाना सीखा है
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से उषा देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज कार्यक्रम के तहत एक श्रोता से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें हुनरबाज कार्यक्रम को सुनना अच्छा लगता है। हुनरबाज कार्यक्रम को सुनकर उन्होंने पेंट करना सीखा और जाना की आलू के टुकड़े पर चाकू की मदद से उभार लाकर पेंट लगा कर कपड़े पर छाप लगाया जा सकता है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से गुड़िआ कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज कार्यक्रम के तहत लाजवंती कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि वे मेरी आवाज मेरी पहचान के मंच पर हुनरबाज कार्यक्रम को सुना और सीखा की घर पर बैठे बैठे कुछ करना चाहिए। इसलिए वे अपनी माँ को सिलाई करते देखती थी और सिलाई करना सीखी ताकि खुद से सिलाई कर के कुछ पैसे कमा सकें। उन्होंने बताया की वे सिलाई का काम अपने पढ़ाई के साथ करती हैं जो उनके बुरे वक्त में काम आयेगा।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से बबिता कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से रीना कुमारी से बातचीत की। बातचीत में रीना कुमारी ने बताया वे सिलाई सिखाती हैं और उन्हें सिलाई सीखने की प्रेरणा अपनी माँ से मिला। रीना कुमारी का कहना है सभी को अपना हुनर पहचानना है और आगे बढ़ना चाहिए
बिहार राज्य के जिला नालंदा के नगरनौसा से प्रतिमा मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि उन्हें हुनरबाज़ कार्यक्रम सुनने में काफी अच्छा लगता है। आगे कह रही है कि उन्हें कार्यक्रम से जानकारी मिला है कि पुराने कपड़ों को फिर से इस्तेमाल कर के बहुत कुछ बना सकते है जैसे पायदान
बिहार राज्य के जिला नालंदा के नगरनौसा प्रखंड से रूचि मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि उन्हें हुनरबाज़ की कहानी सुनने में बहुत अच्छा लगता है। आगे कह रही है कि कहानी के माध्यम से उन्होंने पुराने कपड़ों से पायदान पोछना बनाना सीखा हैं