बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं वे हुनरबाज़ कार्यक्रम के नियमित श्रोता हैं। रिंकू कुमारी का कहना है कार्यक्रम सुनने से होने जानकारी मिला कि हमे अपने हुनर को दबा कर नहीं रखना चाहिए। हमे किसी भी पुराने कपड़ा को फेखना नहीं चाहिए उसे हमे कुछ बनाकर इस्तेमाल क्र सकते हैं जैसे लेदरा बनाना ,पैर पोछने का बनाना आदि
बिहार राज्य के नालंदा जिले के चंडी प्रखंड से नीलम देवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने हुनरबाज़ कार्यक्रम को सुना है। इन्होने पुराने कपड़ा का उपयोग कर के पैर पोछना बनाया
बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिलसा ब्लॉक से आकांक्षा भारती ने मोबाइल वाणी के माध्यम से उर्मिला देवी से बातचीत की। बातचीत में उर्मिला देवी बता रही हैं वे हुनरबाज़ कार्यक्रम को सुनती हैं। उनका कहना है वे आलू को दो भाग में काट लेती हैं और उसे आकर देती हैं साथ ही रंग या पेन्ट लगाती हैं और दिवाल पर छापती हैं जिससे अच्छा पेन्ट बनता है।
बिहार राज्य के नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड से मंजू ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने हुनरबाज़ कार्यक्रम को सुना है। इनको यह कार्यक्रम अच्छा लगा। इन्होने प्याज के पत्तों को रात भर पानी में भिगो के उसका रंग बनाया और इस रंग तथा आलू की सहायता से परदे पर डिजाइन बनाया। ऐसा कुछ अलग करने की प्रेरणा हुनरबाज़ कार्यक्रम से मिला।
बिहार राज्य के नालंदा जिले के नूरसराय प्रखंड से राजमणि कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके पास भी एक अनोखा हुनर है। ये पुराने छोटे-छोटे कपड़ों का इस्तेमाल कर के फूल बनाती हैं। इस प्रकार छोटे कपड़ों का उपयोग हो जाता है।
बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिलसा प्रखंड के गांव पुना से सरिता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से पुनीत कुमार से बातचीत की। बातचीत में पुनीत कूमाफर ने बताया वे हुनर बाज़ कार्यक्रम को सुनते हैं उनका कहना है वे झाड़ू के तिनका से खुद से पतंग बनाते हैं जिससे पैसे की बचत होती है
बिहार राज्य के नालंदा जिला के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं वे हुनर बाज़ कार्यक्रम को सुनती हैं उनका कहना है वे पुरानी साड़ी को काटकर पैर पोछने का बनाती हैं। इससे सुन्दर सा पैर पोछना भी बन जाता है जिससे उनका पैसा भी बचता है और ठंड के दिन में उनको पैर पोछने से राहत भी मिलती है
बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा प्रखंड से सरिता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि उन्हें हुनरबाज़ कार्यक्रम सुन कर काफी अच्छा लगता है। आगे कह रही है कि वो कपड़ों का सिलाई करती है और बचे कपड़ों को के टुकड़ों से आसनी बना लेती हैं
बिहार राज्य के जिला नालंदा के नगरनौसा प्रखंड से आशी मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि वो हुनरबाज़ कार्यक्रम को प्रतिदिन सुनती है। आगे कह रही है कि वो पढाई करती है और समय बचाकर हुनरबाज़ का कार्यक्रम जरूर सुनती हैं। कह रही है कि खराब हो गए सामान से वो डिजाइन बनाती है और अपने जीवन में इस्तेमाल करती हैं
बिहार राज्य के जिला नालंदा के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रही है कि वो गेहू के डंडे से पंखा बनती है जिसे वो गर्मी के दिनों में इस्तेमाल करती हैं। आगे कह रही है कि हुनरबाज़ से उन्हें काफी जानकारी मिलती हैं