बिहार राज्य से अंजलि ने मोबाईल वाणी के माध्यम से 'बचपन बनाओ बढ़ते जाओ' कार्यक्रम के तहत चल रही प्रतियोगिता 'चलो पढ़ें और पढ़ाएं' के लिए अपने कुछ अनुभव को साझा किया। इनके बच्चे किताब पढ़ने के लिए जल्दी तैयार नहीं होते हैं। तो ये एक अच्छी कविता,गाना या कहानी के द्वारा बच्चे को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। क्योंकि बच्चों को रंगीन चित्रों में बहुत रुचि होती है, इसलिए ये उन्हें ऐसी किताबें पढ़ाना शुरू करती हैं ,जिससे उन्हें पढ़ने में मन लगता है ।

बिहार राज्य के नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको चुलबुली की कहानी बहुत अच्छी लगी। घर के बड़ों को देखकर बच्चे अच्छा-बुरा कार्य सीखते हैं.

छुट्टी का दिन होता है बच्चों के लिए बहुत मजेदार, जहाँ करते है वो खूब मस्ती | सुनिए इस कहानी को और हमें बताइए आपके बच्चे किस तरह की मस्ती करते है |

साथियों, बच्चे बड़ों को देखकर ही काफी कुछ सीखते और समझते है | इसीलिए जिस माहौल में हम उन्हें ढालेंगे, बच्चे वैसे ही बनेंगे | ये कहानी भी इसी बात से प्रेरित है, इसे सुनियेगा ज़रूर |दोस्तों, इस कहानी से हमे ये सीखने मिलता है कि बच्चे बडों को देखकर बहुत कुछ सीखते हैं.. चलिए तो अब आप हमें बताएं कि आप बच्चों के सामने व्यवहार किस तरह से करते हैं? किन बातों का ध्यान रखते हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?

सुनिए इस कहानी को जो बच्चों को प्रेरित करती है दूसरों की मदद करके को लेकर |

बिहार राज्य के नालंदा जिला के हिलसा प्रखंड से कुमारी आकांक्षा ने मोलाइल वाणी ले माध्यम से बताया कि गांव के स्कूल में अच्छे से पढ़ाई हो रहा है। शिक्षक हर पीरिएड में समय से आते हैं और अपना विषय पढ़ाते हैं

बिहार राज्य के नालंदा जिले से हमारे एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं की छोटे छोटे बच्चे खाना खाते समय मोबाइल का उपयोग क्यों करते हैं

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बिहार राज्य के नालंदा जिले से आकांक्षा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती हैं की उनके गांव मे कई ऐसे लोग हैं जो सरकारी स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ने नहीं भेजते जबकि हर तरह की सुविधा मिलती है। अच्छी शिक्षा के लिए लोग प्राइवेट स्कूल में दाख़िला करवाते है। अधिक जानकारी ऑडियो पर क्लिक करें