बिहार राज्य के जिला नालंदा से स्वीटी रानी ,की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अर्चना देवी से हुई , अर्चना देवी बताती है कि बेटी को पढ़ना चाहिए । ताकि वह जीवन में आगे बढ़े अपने पैरों में खड़ा हो सके। उन्होंने समाज के लोगों को समझाया कि जिस तरह हम अपने बेटों को पढ़ाते है , उसी तरह बेटियों को भी पढ़ाना चाहिए , ताकि वह अपने पैरों में खड़े हो सके और अपने माता -पिता का सहारा बन सके। समाज को भी अपनी सोच को बेटियों के प्रति बदलने की जरूरत है। बेटी के जन्म के बाद उसके दहेज़ की चिंता न करके उसके पढ़ाई के बारे में सोचना चाहिए।