नालंदा जिले के चंडी ब्लॉक से स्वीटी रानी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम सुनती हूं। यह बहुत अच्छा था और कहा जाता है कि यह बेटियों और उनकी रुचि के लिए बहुत फायदेमंद होता है, समाज में भी इसका इतना प्रभाव पड़ता है कि आज कम से कम बेटी का नाम तो वे समझते हैं कि बेटी को भी किसी न किसी तरह से पढ़ाया जाना चाहिए। पहले इसी तरह कोई इस तरह पढ़ाता था कि अगर बेटा पढ़ रहा है तो बेटी को भी थोड़ा पढ़ाया जाता है। हम लोगों को भी देखते हैं और इससे हम खुद को और अपने आस-पास के लोगों को भी बदलते हैं और यह राय सभी के साथ होनी चाहिए और समाज में उनकी सोच में बदलाव से ही इस जागरूकता में वृद्धि होगी।