बिहार राज्य के नालंदा जिला से रिया कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बचपन मनाओ बढ़ते जाओ कार्यकर्म के तहत एक कविता कि प्रस्तुति दे रही है कविता के बोल हैं,आलू-कचालू बेटा, कहाँ गए थे? बैंगन की टोकरी में सो रहे थे बैंगन ने लात मारी, रो रहे थे.
बिहार राज्य के नालंदा जिला से रिया कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बचपन मनाओ बढ़ते जाओ कार्यकर्म के तहत एक कविता कि प्रस्तुति दे रही है कविता के बोल हैं,आलू-कचालू बेटा, कहाँ गए थे? बैंगन की टोकरी में सो रहे थे बैंगन ने लात मारी, रो रहे थे.