बात कुछ दिनों पहले की है जब एनसीआर में यह आवाज़ बुलंद होने लगी कि एनसीआर का न्यूनतम वेतन समान होना चाहिए तो। इसी एनसीआर के उत्तर प्रदेश के नॉएडा में एक ऐसे ही शख्स से मुलाक़ात हुई, जो अपनी मेहनत को उन मूल्यों में बदलते देख रहा था जिस मुल्क की मिसाल दी जाती है कि उस देश ने इतनी तरक्की कर ली है कि हर इन्सान वहां बहुत सुख है। और ज्यादातर देश के लोग वहां रहना बसना चाहते है। ऐसी क्या खूबी है की मजदुर भाई रहने और बसने को बेबस हैं जानने के लिए इस ऑडियो पर क्लिक करे।