डीएलएड व बीएड में दाखिले के लिए इस बार एंट्रेंस एग्जाम नहीं होगा। इसलिए प्रवेश के लिए नया तरीका अपनाया जा रहा है। डीएलएड के लिए बारहवीं में मिले नंबर और बीएड के लिए ग्रेजुएशन में मिले नंबरों को आधार बनाकर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। इसके अनुसार ही काउंसिलिंग के माध्यम सीटों का आबंटन होगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से इस संबंध मं सूचना जारी की गई है। प्रवेश को लेकर एससीईआरटी से अर्हता निर्धारित की गई है। अफसरों ने बताया कि पहले के बरसों में बीएड व डीएलएड में दाखिले के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है। इसके नतीजों के आधार पर मेरिट तैयार की जाती थी। इसी मेरिट के अनुसार काउंसिलिंग के माध्यम सीटें बांटी जाती थी। लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इसलिए प्रवेश के लिए तरीका बदला गया है। अब डीएलएड में बारहवीं के मिले नंबरों के आधार पर मेरिट तैयार होगी। जबकि बीएड के लिए ग्रेजुएशन को आधार माना जाएगा। गौरतलब है कि राज्य में बीएड की करीब 14 हजार सीटें हैं। जबकि डीएलएड की साढ़े छह हजार सीटें हैं। पिछली बार बीएड की अधिकांश सीटें भर गई थी लेकिन डीएलएड की हजार से अधिक सीटें खाली थी।