दुल्लहपुर गाजीपुर।1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के पासा पलटने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद की शहादत दिवस 10सितंबर को मनाया जाता है।लेकिन इस वैश्विक महामारी में शहीद के परिजनों में ना ही कोई उत्साह है ना ही कोई अधिकारियों के आने की खबर है।जबकि पिछले शहादतों में तमाम राजनैतिक हस्तियां ,फिल्मी दुनिया के निर्देशकों सहित सेना के पूर्व जनरल विपिन रावत तक शिरकत कर चुके है।शहादत दिवस पर तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता था । इसमें क्षेत्रीय जनता खूब उत्साह होता था।शहादत दिवस से 15 दिन पूर्व से प्रशासनिक अधिकारी व परिजनों में कार्यकम को लेकर बैनर होडिग्स ,साफ सफाई सहित तमाम तैयारी होती थी।शहीद पार्क चमकाने में कर्मचारी को कोर कसर नहीं छोड़ते थे।पार्क में रखा पैटर्न टैंक को नेस्तनाबूद कर देना वाला आर सी एल गन के जीप के पहिये की हवा निकल गए ।तथा धूल माटी से पट गया।शहीद के प्रतिमा की छतरी आज तक नही लगी।पूर्व में कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के ने पार्क के बगल में शहीद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ आज तक नही हो पाया ।सबसे बड़ी उम्मीदें क्षेत्र के नौजवानों की थी जो जनरल विपिन रावत ने अपने संबोधन में युवाओं के जोश की हौसला अफजाई की थी तथा आश्वासन दिए कि स्पेशल सेना में भर्ती कराई जाएंगी।सबसे दुःखद स्थिति तब हुई जब शहीद की पत्नी रसूलन बीबी भी दुनिया से विदा हो गयी ।उनकी कई उम्मीदों पर पानी फिर गया।रसूलन बीबी अपने जीवन काल मे शहीद दिवस पर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ,मुख्यमंत्री सहित देश के नामी गिरामी हस्तियों को निमंत्रण पत्र देकर आमांत्रित करती थी।और जनपद के लिए तमाम सुविधाओ के लिए मांग करती रही है।फिलहाल रसूलन बीबी के न होना भी लोगों को अखर रहा है।दुल्लहपुर के शहीद के पैतृक गाँव धामूपुर गांव के शहीद पार्क में जखनिया एडीओ पंचायत फैज अहमद ने दर्जनो सफाई कर्मचारी लगाकर सफाई व रँगाई पुताई का कार्य कराई जा रही हैं।जबकि पीडब्ल्यूडी से शहीद के प्रतिमा पर छतरी लगाया जा रहा है अधूरा कार्य कराया जा रहा है। शहीद वीर अब्दुल हमीद के छोटे बेटे जुनैद आलम ने कहा कि हर वर्ष शहादत दिवस धूमधाम से मनाया जाता रहा ।लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के चलते 10सितंबर को शहीद वीर अब्दुल हमीद के 55वा शहादत दिवस पर कोई विशेष आयोजन नही है।लेकिन जिले के जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य व पुलिस अधीक्षक सहित अन्य लोग माल्यार्पण का कार्यक्रम आयोजित की जाएगी।मम्मी रसूलन बीबी ने समाज के विकास के लिए तमाम मांग रखी लेकिन कुछ मांगे म्यूजियम सेंटर,स्पेशल सेना भर्ती,अस्पताल का शुभारंभ सहित कई महत्वपूर्ण मांगे अधूरी रह गई।