दुल्लापुर गाजीपुर विकासखंड जखनिया के परिधि में आने वाले गांव के ग्रामवासी कोरोना संक्रमण के दौर में जहां व्यवसाय व रोजगार धंधे बंद हो जाने से अत्यंत द्रवित हैं वहीं एक तारीख से बैंकों के विलय से होने वाले सरवर के संचालन में व्यवधान पढ़ने से बैंकों से आवश्यकता अनुरूप पैसों के लेनदेन में भी कोरोना संकट ने इंसान को खून के आंसू रोने को मजबूर कर दिया है 1 अप्रैल से लगातार चल रही सर्वर फेल या डाउन होने की समस्या से लोग परेशान हैं वही बात करें बिजली की तो ग्रामीण क्षेत्र होने के नाते आम लोगों की पहुंच से इनवर्टर के सपने भी काफी दूर हैं ऐसे में सुबह करीब 10:00 बजे से बिजली की कटौती से लोग अपने जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं लोगों का कहना है कि ऐसी दुर्दशा चाहे बैंकों के सर्वर की समस्या हो या कोरोना लाक डाउन की उन्होंने अपने जीवन में कभी भी देखी नहीं थी हालात को कठिन बनाने में कोरोना काल में बैंकों का विलय जिससे आर्थिक संकट से जूझ रहे लोग वही कोरोना के भय से बंद हुए उद्योग धंधे व्यवसाय व रोजगार जिसने लोगों को आर्थिक दृष्टि से अत्यंत क्षीण कर दिया है साथ ही साथ बिजली के ना रहने से लोगों को घर में रहकर गर्मी का अभिशाप भी झेलना किसी लोहे के चने चबाने से कम नहीं है दोस्तों प्रकृति तो हमारे सब्र का इम्तिहान ले ही रही है परंतु इंसान द्वारा बनाई गई सरकारें भी बैंकों के विलय से सर्वर फेल होने या खराब होने और झुलसाती गर्मी में बिजली के अभाव ने आग में घी डालने का तथा कोरोना काल से अधिक लोगों को प्रताड़ित करने का काम किया है।