प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए पकाया जाने वाला दोपहर का भोजन (मिड डे मील) स्वादिष्ट के साथ पौष्टिक भी होगा। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को भोजन बनाने से लेकर परोसने तक के लिए गाइडलाइन जारी की हैं। निर्देश दिए हैं कि बच्चों को खाना खुले आसमान तले नहीं परोसा जाए। स्कूल के कमरों, हाल या बरामदे में दरी बिछाकर भोजन प्रदान करना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा है कि खाना बनाने के लिए स्वच्छ पानी प्रयोग करें। पेयजल की टंकियों की माह में दो बार सफाई अवश्य की जाए। इसका ब्योरा सूचना पट्ट पर लिखना होगा। मिड डे मील कर्मी को खाना बनाते समय सिर ढककर रखना होगा और नाखून भी नियमित रूप से कटे होने चाहिए। स्कूल शिक्षक इस पर निगरानी रखेंगे। जाति, धर्म का भेदभाव करने वालों पर कानूनी कार्रवाई विभाग ने कहा है कि मिड डे मील प्रदान करते वक्त किसी बच्चों के साथ धर्म, जाति, वर्ण के आधार पर भेदभाव न किया जाए। खाना देते वक्त उन्हें रोलनंबर के हिसाब से बिठाया जाए। यदि इसमें कोताही बरती गई तो कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।