ग्रामीण पत्रकार क्या किसी तरह का सरकार द्वारा सम्मान पाने की अधिकारी नहीं है मान्यता प्राप्त पत्रकारों को दी जा रही सहूलियत व सम्मान ग्रामीण पत्रकारों को सोचने पर मजबूर कर देती है दिन भर क्षेत्र में खबरों की कवरेज के लिए भागदौड़ और उस पर भी प्रेस द्वारा केवल नाममात्र का भत्ता उपलब्ध करा ना इसके बाद भी सरकारों द्वारा ग्रामीण पत्रकारों की अपेक्षाएं कहीं ना कहीं से ग्रामीण पत्रकारों को पीड़ा दे जाती हैं