मोबाईल वाणी गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्वमन्त्री राम आसरे विश्वकर्मा ने शुक्रवार को सरजू पाण्डे पार्क मे आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती समारोह में विशाल सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि ब्यक्ति में परिश्रम और दृढसंकल्प हो तो वह संघर्ष करके बडी से बडी कुर्सी तक पहुंच सकता है। कभी गरीबी या जाति उसके उन्नति के रास्ते में रूकावट नहीं बनती। श्री विश्वकर्मा ने कहा जननायक कर्पूरी ठाकुर समाजवादी आन्दोलन के पुरोधा संघर्षशील ईमानदार राजनेता और गरीबों दलितो पिछडो के मसीहा थे। बिहार के एक गरीब नाई परिवार में पैदा होकर समाजवादी रास्ते पर चलते हुए अपने परिश्रम और संघर्ष के बल पर बिहार के मुख्यमंत्री बने थे।उन्होंने यह साबित कर दिया था कि ब्यक्ति गरीब और पिछडे परिवार में पैदा होकर भी अपनी दृढसंकल्प परिश्रम और संघर्ष के बल पर देश की बडी कुर्सी तक पहुच सकता है। वह कई बार सांसद और विधायक रहे। वह बिहार विधानसभा में नेता विरोधी दल भी रहे। उनमें सत्ता की कुर्सी का कोई घमंड नहीं था। विनम्र स्वभाव के होकर उन्होंने राजनीति में सादगी ईमानदारी और सदाचरण का आदर्श प्रस्तुत किया। उनका जीवन एक खुली किताब थी जिसे कोई भी पढ़ सकता था। सत्ता की उन्होंने कभी परवाह नहीं की। जब भी देखा बुनियादी विचारों से समझौते की ज़रूरत है तो उन्होंने सत्ता को तिलांजलि दे दी लेकिन सिद्धांत को नहीं छोडा। वह देश के समाजवादी आन्दोलन के बडे नेता थे। हमेशा गरीबो पिछडो दलितों के उपर हो रहे अन्याय अत्याचार के बिरूद्ध लडते रहे।उनसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले अनेक लोग हुए लेकिन उन लोगों ने वैसी छाप नहीं छोड़ी,जैसी कर्पूरी ने छोडी थी। वह आज इस शिद्दत से याद किये जाते हैं तो इसका कारण यह है कि उन्होंने राजनीति को नए अर्थ और रंग दिए। पूरी समाजवादी पार्टी के लोग आज उन्हें श्रद्धा से नमन करते है और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लेते हैं। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि आज के माहौल में कर्पूरी ठाकुर जैसे जननायक की जरूरत है।लोकतन्त्र में आप भाजपा सरकार से सवाल न पूंछे इसलिये देश में भाजपाराज में डर और दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है। देश में अघोषित आपात काल जैसे हालात पैदा किये जा रहे है। लोकतन्त्र से लोगो का विश्वास समाप्त हो रहा है। सरकार तानाशाही रास्ते पर चल रही है। आप सरकार से नौकरी रोजगार मंहगाई गरीबी भाषटाचार पिछडो दलितो के आरक्षण की बात न करे इसलिये बुनियादी समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिये भाजपा सरकार सीसीए एनआरसी और एनपीआर जैसे कानून लाकर आपको गुमराह कर रही है। पिछडो के आरक्षण पर लगातार समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। देश में बच्चे और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे समय मे डा राम मनोहर लोहिया कर्पूरी ठाकुर और मुलायम सिंह यादव के संघर्ष के रास्ते पर चलकर जनता के समस्याओं पर संघर्ष करने और पिछडो दलितो को जगाने की आवश्यकता है। 2022 मे अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनानी होगी तभी प्रदेश बच सकता है।