गाजीपुर जनपद के CRPF के पैरालाइस हुवे जवान की सच्ची दुःख भरी दास्तान बिरनों ब्लाक के गाजीपुर की है पूरे देश में एक अलग पहचान रखने वाली देश की सुरक्षा करने वाली फोर्स CRPF मानी जाती है जिसमें SI के पद पर तैनात माननीय सुदामा सिंह यादव जी ड्यूटी पीरियड में ही पैरालाइस हो गए जो आज भी जिन्दा हैं और अपने निवास स्थान ग्राम बिशुनपुर उर्फ अकोल्ही में रहते हैं जो गाजीपुर जनपद के बिरनो ब्लॉक में पड़ता है यह महोदय आज भी अपने देश की रक्षा के प्रति हौसला बुलंद करते हुए अपने बेटे को अपनी जगह कार्यरत कर देश की सेवा में एक जिम्मेदार पिता की फर्ज निभा रहे हैं ऐसे जांबाज की खोज खबर कभी-कभी विभागीय लोग ले लेते हैं लेकिन इनके घर आने जाने का उचित रास्ता ना होने से ये कहीं पर व्हीलचेयर से भी जाने में असमर्थ हो जाते हैं जिसके लिए मात्र एक पुलिया की आवश्यकता है जो अब तक कई प्रशासनिक लोगों से गुहार लगाने के बाद भी आज निराश बैठे हैं ड्यूटी पीरियड में ही पैरालाइस होने से अब तक कुछ नहीं बोल पाते हैं और किसी दूसरे की सहारा से दवा के लिए जाते हैं आए दिन उनको कहीं ले जाने ले आने के लिए रोड तक पहुंचाने के लिए गांव वालों की सहायता लेनी पड़ती है यदि यह पुलिया निर्माण पूरा हो जाता तो बगैर किसी दूसरे व्यक्ति की सहायता के अपने परिवार वालों के साथ दवा के लिए जा सकते है लेकिन जिंदा होने के कारण इस जवान को सरकारी सुविधा जो 1 शहीद को मात्र कुछ ही दिनों में उपलब्ध हो जाती है वहीं एक पुलिया के लिए काफी दिन से गांव वालों सहित उनका परिवार भी परेशान है नहीं बन पाई गांव में दूल्हे दुल्हन की विदाई नहर के उसी पार से होती है तो सोचिए गांव वालों के साथ-साथ उनके परिवार वालों का भी कहना है कि हर सुख-सुविधा शहीद होने के बाद ही मुहैया कराई जाती है जिंदा अधमरा जवान के लिए कोई सुनवाई नहीं विभाग या सरकारी महकमों के लिए यह विचार करने योग्य बात है तो इस खबर को जरूर सुनें ..........