जब किसी विद्युत परिपथ में उच्च बोल्टता के कारण प्रबल शक्ति की विद्युत धारा का प्रवाह होता है तो उस विद्युत परिपथ में लगे उपकरण जलकर खराब हो जाते हैं उपकरणों को खराब होने से बचाने के लिए प्रत्येक विद्युत परिपथ में एक छोटे कम गलनांक वाले मिश्र धातु के तार के टुकड़े का प्रयोग किया जाता है यह तार का टुकड़ा एक विद्युतरोधी आधार के कट आउट में लगाया जाता है इस छोटे प्रारूप को फ्यूज कहते हैं इसे विद्युत परिपथ में मेंस के श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है जब परिपथ में वोल्टता से अधिक होने के कारण प्रबल शक्ति की विद्युत धारा बहती है तो फ्यूज स्वम गर्म होकर पिघल जाता है जिससे विद्युत धारा का प्रवाह रुक जाता है सामान्य बल्ब तथा पंखे वाले परिपथ में 5 एंपियर का फ्यूज लगाया जाता है हीटर फ्रिज कूलर आदि में धारा के परिपथ में 10 से 15एम्पियर का मोटा फ्यूज तार लगाया जाता है फ्यूज तार टिन तथा शीशा के मिश्र धातु का बना होता है