दुल्लाहपुर मेले में रात 12:00 बजे तक काफी भीड़ बनी थी लोगों के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा पंडालों के कार्यकर्ता व प्रशासनिक कर्मचारी अधिकारी सहित अन्य सेवा दल के लोग लगभग पूरे मेले में सक्रिय रहे और सब को व्यवस्थित ढंग से दर्शन पूजन करने के लिए मदद करते रहे जिसके चलते सदियों से शांति की मिसाल कायम करने में यह मेला सफल रहा ।