"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा फूलगोभी की रोपाई से सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

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सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो यंत्र इंडिया लिमिटेड द्वारा निकाली गई अप्रेंटिस के पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। यंत्र इंडिया लिमिटेड में अप्रेंटिस के कुल 4,039 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. इसमें नॉन-आईटीआई कैटेगरी की 1,463 वैकेंसी हैं, जबकि आईटीआई के लिए 2,576 पद रिक्त हैं. इन पदों पर काम करने के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं पास और आईटीआई किया हो . इस वैकेंसी के लिए आईटीआई और नॉन-आईटीआई दोनो कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 14 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गयी है,आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा। आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से ओबीसी और सामान्य उम्मीदवारों के लिए 200 /- रुपए और एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए: 100 /-रुपए रखा गया है। इन पदों पर स्टाइपेंड नॉन आईटीआई के लिए 6,000 रुपये और आईटीआई पास के लिए 7,000 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है apprenticeshipindia.gov.in .इन पदों के लिए नॉन-आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं के आधार पर होगा. वहीं, आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं और आईटीआई के एवरेज नंबर देखें जाएंगे।याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 21 नवंबर 2024 है।

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साथियों , अनेकता में एकता का प्रतीक हमारे देश भारत ने खुद में कई विविधताओं को अपने अंदर समेटा हुआ है और पुरे साल पर्व - त्योहारों से यहां का वातावरण ऊर्जावान बना रहता है। एक पर्व जाता है और दूसरा पहले से ही दस्तक देने के लिए तैयार रहता है।इसी कड़ी में आज हम मना रहे हैं - दीपों का पर्व, दीपावली। साथियों इसी दिन भगवान श्री राम 14 साल के बाद ,अपने वनवास को पूरा कर के जब अयोध्या वापस लौटे थे,तब उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने पुरे अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया था और खुशियां मनाई थी। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोषव्यापिनी अमावस्या तिथि को ये पर्व मनाया जाता है। इस दिन पुरे घर की सफाई की जाती है और माता लक्ष्मी एवं गणेश जी की पूजा की जाती है. लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार रंग बिरंगे बत्तियों ,तोरण ,फूलों ,रंगोली, इत्यादि से अपने घरों को सजाते हैं और इस अवसर पर तरह - तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। साथ ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर खुशियां मनाई जाती है और मिठाइयां बाटी जाती है। तो दोस्तों ,आइए आज दीपावली के दिन आशावादी दीपक जला कर पूरे विश्व के लिए सुख,शांति,समृद्धि,और प्रेम की कामना करें।