दोस्तों, इस समय डॉ. स्नेहा के सामने मानवता अस्पताल की बागडोर और अपनी निज़ी जिंदगी, इन दोनों से ही जुड़े करने को कई फैसले है। आखिर कैसे डॉ. स्नेहा इन दोनों के बीच में तालमेल बैठाएँगी। सुनने के लिए क्लिक करें।