प्रखंड खजौली,जिला मधुबनी से रामाशीष सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि बिहार में बिहार उत्पाद (संशोधन)अधिनियम 2016 के प्रावधान के अनुसार राज्य में पूर्ण शराब बंदी को कारगर बनाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भूमिका तय की गई है। वे कहते हैं बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू होने के तक़रीबन 4 महीने हो गए हैं लेकिन आज भी न सिर्फ शहरों में बल्कि गांवों में भी शराब मिल रहा है। फर्क सिर्फ इतना है की पहले शराब खुलेआम और उचित दाम पर मिलता था और अब यह कुछ खास लोगो को ही मिल रहा है और वह भी ढाई से तीन गुना अधिक दामो में। अब सवाल यह उठता हैं कि आखिर सरकार शराब की इस गोरख धंधे को क्यों नही बंद कर देती। दोस्तों अगर आप भी इनकी तरह कोई जानकारी या किसी विषय पर अपनी राय मोबाइल वाणी के साथ बाँटना चाहते है ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें हमारा निःशुल्क नंबर 08800984861 पर।