जिला सारण ,सोनपुर से संजीत कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की सोनपुर के भरपुरा पंचायतवासियो द्वारा पहलेजा स्टेशन के नामांकन के विरोध मे 4 जुलाई 2016 को अाम सभा का अयोजन किया गया। 3 फरवरी 2016 को सोनपुर और पाटलीपुत्र के बीच रेल सह सड़क पुल का उद्घघाटन किया गया था उतरी और दक्षिणी बिहार को जोड़ने वाली रेल का परिचालन हो गया है सभी रेल पदाधिकारी एवं राज्य सरकार के बीच अारोप-प्रत्यारोप का खेल खेल रहे है पर पांच माह बीत जाने पर भी पहलेजा स्टेशन का नाम भरपुरा नही रखा गया। जब यह स्टेशन मौजे भरपुरा मे है और सबसे ज्यादा जमीन इस गांव की गयी है तो इस मौजे पर नाम रखना वाजिब है। इस मौजे के साथ राज्य सरकार और रेल मंत्रालय नाइंसाफी कर रही है।