रामकुमार जादव मधुबनी से कहते है आग लगी की स्तिथि में केवल सम्पति का ही नही बल्कि जान-माल का भी नुक्सान होता है और इसके लिए सरकार की तरफ से भी कोई सहायता नहीं मिलती।