सारण जिले से अजय कुमार की रिपोर्ट खबरें स्वास्थ्य विभाग से =छपराफाइलेरिया उन्मूलन को लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म का गठन • मुखिया सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों की भूमिका होगी अहम • पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म गठन सीफार संस्था कर रही है टेक्निकल सपोर्ट • फाइलेरिया के मरीजों के अधिकार और बचाव के प्रति करेंगे जागरूक छपरा। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। अब फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्तर पर पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म का गठन किया जा रहा है। रिविलगंज प्रखंड के इनई स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर फाइलेरिया के मरीजों के अधिकारों के प्रति तथा बीमारी के इलाज के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म बनाया गया है। इसका उद्देश्य फाइलेरिया के मरीजों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना और बीमारी के इलाज के बारे में लोगों को जानकारी प्रदान करना है। इस पहल में सीफार संस्था द्वारा टेक्निकल सपोर्ट दिया जा रहा है। फाइलेरिया उन्मूलन के इस अभियान में मुखिया, सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम होगी। वे स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैलाने में मदद करेंगे और मरीजों के अधिकारों तथा बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। इस पहल के माध्यम से, फाइलेरिया के मरीजों को उपचार, सही जानकारी और सहायता मिल सकेगी, जिससे बीमारी के प्रसार को रोका जा सके और स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार हो सके। वहीं इस दौरान 12 फाइलेरिया के मरीजों के बीच एमएमडीपी कीट का वितरण किया गया। पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म में जनप्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण: इनई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ दीपक जाट और वीबीडीएस घनश्याम यादव की अध्यक्षता में पीएसपी का गठन किया गया है। इस पहल में हितधारकों के रूप में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जैसे कि मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, जीविका कार्यकर्ता, किसान सलाहकार, ग्रामीण चिकित्सक, फाइलेरिया मरीजों की भूमिका अहम होगी। पीएसपी में स्थानीय सरपंच चन्द किशोर सिंह, जीविका के पिंटू कुमार, विकास मित्र प्रभावती देवी, ग्रामीण चिकित्सक ध्रुवशर्मा, स्थानीय आंगनवाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ता और एएनएम को शामिल किया गया है। सभी ने इस पहल के महत्व को समझा और नाइट ब्लड सर्वे एवं आईडीए राउंड में सहयोग देने का संकल्प लिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में शामिल हो सकें और दवाओं का सेवन कर सकें। फाइलेरिया रोगी खुद पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म के रूप में एक समूह बनाकर गांव- गांव जाकर आम लोगों को फाइलेरिया बीमारी के बारे में अपने अनुभवों के आधार पर जागरूक करेंगे। रोगियों को स्वास्थ्यकर्मियों और जन-समुदाय से जोड़ना पीएसपी का उद्देश्य: सीएचओ दीपक जाट ने कहा कि पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म का उद्देश्य फाइलेरिया के रोगियों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों और जन-समुदाय को जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। पीएसपी के माध्यम से फाइलेरिया से बचाव के प्रति जागरूकता और प्रचार-प्रसार करने तथा लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। प्रत्येक माह पीएसपी का बैठक किया जायेगा। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर फाइलेरिया मरीज, आशा, एएनएम, जीविका समूह के सदस्य, वार्ड, विकास मित्र, सरपंच और ग्रामीण चिकित्सक के सहयोग से पीएसपी बनाया गया है। इस मौके पर सीएचओ दीपक जाट, वीबीडीएस घनश्याम चादव, सीफार के प्रोग्राम एसोसिएट कृष्णा सिंह, स्थानीय सरपंच चन्द किशोर सिंह, जीविका के पिंटू कुमार, विकास मित्र प्रभावती देवी, ग्रामीण चिकित्सक ध्रुवशर्मा, स्थानीय आंगनवाड़ी सेविका शोभा देवी एवं , आशा कार्यकर्ता और एएनएम मौजूद थी।