बिहार में शिक्षा, शिक्षक और शिक्षण के नाम पर पानी की तरह बहाया जा रहा है पैसा .... लेकिन कही शिक्षक, कही छात्र, कही शिक्षण व्यवस्था और कही संसाधनों की है घोर आभाव मे जैसे-तैसे ऐसे चल रहा सरकारी शिक्षण संस्थान.