राष्ट्रीय स्वच्छता गंगा मिशन द्वारा संचालित योजना व कार्यक्रम क्रियान्वयन को लेकर गुरुवार को डीएम की अध्यक्षता में जिलान्तर्गत गंगा की सहायक नदियों में प्रदूषण की रोकथाम , संरक्षण व पुनर्जन्म के लिए पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई । समीक्षा बैठक में नदियों के सतह की सफाई को लेकर निर्देश दिया गया। पौधरोपण व नदी फ्रंट के विकास सहित एसटीपी को लेकर चर्चा की गयी। मोतीझील की सफाई को लेकर निर्देश दिया गया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि मोतीझील को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए डिसिल्टिंग का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाए। साथ ही जलकुंभी की साफ सफाई करते हुए जैविक खाद निर्माण कार्य को गंभीरता पूर्वक प्रारंभ करना सुनिश्चित करेंगे। मोतीझील में चार करोड़ रुपये की लागत से फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का निर्माण होगा। कहा कि बोटिंग,लाइटिंग व शौचालय कंपलेक्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। डंपिंग यार्ड निर्माण व गंडक नदी के कटावरोधी कार्य को लेकर निर्देशित किया गया। जलकुंभी से जैविक खाद बनाने का कार्य होगा। क्लाइमेट रेजिलियंट एग्रीकल्चर कार्य का अनुश्रवण किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम को लेकर निर्देश दिया गया। हेरिटेज ट्री ऐप में प्रविष्टि का कार्य को लेकर निर्देश दिया गया। जल जीवन हरियाली मिशन के तहत किए गए कार्यों के अनुश्रवण को लेकर निर्देश दिया गया। बाढ़ नियंत्रण से संबंधित योजनाओं का अनुश्रवण व भीमलपुर जंगल से गुजरती बूढ़ी गंडक के कटाव कार्य के अनुश्रवण को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया गया। डीएम ने एक्यूआई के इंप्रूवमेंट, सरोत्तर झील की सफाई व त्रिवेणी नहर की सफाई आदि पर चर्चा करते हुए पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। वन प्रमंडल पदाधिकारी को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सरोत्तर झील में आनेवाले प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।