दरौदा प्रखंड के दरौदापंचायतों में हजारों एकड़ में लगी फसल नीलगाय की भेंट चढ़ रही गई। नील गाय रात के अंधेरे में झुंड में आकर गेहूं, आलू, मक्का, सरसों की फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ भाग दौड़ में मक्के के पौधे को तोड़ देती है। इस संबंध में बताया कि इन दिनों नीलगाय आतंक किसानों के अरमानों पर पानी फेर रहा है। ठंड के कारण किसान जहां रखवाली करने में मुस्तैद नहीं रह पा रहे हैं जिसका लाभ नीलगाय उठाने में लगे हैं। क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी गेहूं, मक्के, सरसों के एवं सब्जी की फसलों को नीलगाय द्वारा बर्बाद किया जा रहा है