गिरिडीह से दशरथ महतो बिहार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की बैंक कर्मियों की मिलीभगत से बिना बिचौलियों के बैंक से सम्बंधित कोई काम नहीं हो रहा है चाहे पैसा निकलवाना हो या खता खुलवाना हो इन सब के लिए दर्जनों बिचौलिए कार्यरत है। सभी कामो के लिए बिचौलिए कार्य अनुसार तय राशी लेते है। लोगो को 400 रु पेंशन के लिए बिचौलिए को 100 रु देना पड़ रहा है। इन्होने कहा कार्य के उपरांत बैंक कर्मी और बिचौलिए आधी -आधी रकम आपस में बाँट लेते है। इन्होने बैंक के उच्च अधिकारियो से आवेदन किया है की दोषी लोगो को चिन्हित कर इस पर कार्यवाही करे।