बिहार राज्य के जमुई जिला गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह मैट्रिक और इंटर 2019 की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका पर अब छात्रों को अपना विवरण नहीं भरना पड़ेगा। उत्तर पुस्तिका पर रौल नंबर, रौल कोड, रजिस्ट्रेशन नंबर, नाम आदि सारा कुछ अब बिहार बोर्ड ही प्रिंट करके देगा। इसकी जानकारी बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने प्रेस वार्ता में शनिवार को दी। उन्होंने कहा कि 2018 की उत्तर पुस्तिका भरने के पैटर्न में बदलाव किया गया है। पिछले साल छात्रों को विवरणी भरने के लिए गोला दिया गया था। लेकिन इस बार ये सारा कुछ बोर्ड की तरफ से प्रिंट होकर जायेगा। छात्रों की सारी जानकारी बोर्ड भर कर भेजेगा। मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों को केवल उत्तर पुस्तिका के प्रथम पृष्ठ पर हस्ताक्षर करनी होगी। इसके अलावा प्रश्न पत्र के सेट का नाम और उत्तर देने के लिए भाषा की जानकारी देनी होगी। बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 2018 की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका के ऊपर के पृष्ठ पर गलत गोला भरने के कारण रिजल्ट पेंडिंग हो गया था। ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों ने गोला छोड़ दिया था। गलत जानकारी भर दी थी। इस कारण 2019 की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका पर छात्र का पूरा विवरण बोर्ड ही भर कर भेजेगा। इस सिस्टम को करने वाला बिहार बोर्ड देश का पहला बोर्ड है जहां पर छात्रों की सुविधा के लिए यह किया जा रहा है।अभी तक परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले प्रश्नों को पढ़ने और समझने के लिए दिये जाते थे। लेकिन उत्तर पुस्तिका को भरने के लिए कोई अतिरिक्त समय नहीं दिया जाता था। लेकिन इस सिस्टम के होने से उत्तर लिखने में सहूलियत होगी और समय की बचत होगी। साथ में गलतियां भी कम होगी।फरवरी 2019 में होने वाले इंटर और मैट्रिक की परीक्षा में प्रश्न पत्र के दस सेट होंगे। इससे पहले कंपार्टमेंटल परीक्षा 2018 में प्रश्न पत्र के दस सेट दिए गए थे। दस सेट ए,बी,सी,डी,ई,एफ,जी,एच, आई और जे होगा। सभी छात्रों को उत्तर पुस्तिका पर प्रश्न पत्र का सेट लिखना आवश्यक होगा। सेट का नाम अगर छात्र नहीं लिखेंगे तो अंक कम आने की संभावना होगी।