बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि एक गंभीर बीमारी है। खराब जीवनशैली के चलते यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। इंडियन डायबिटीज फेडरेशन (आईडीएफ) के अनुसार भारत में लगभग 7.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। लांसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रायनोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित एक ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में 2030 तक करीब 9.8 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं।एक अनुमान के अनुसार दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की वर्तमान संख्या 40.6 करोड़ है, जो 2030 में 51.1 करोड़ पहुंच सकती है। सबसे अधिक हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से आधे केवल तीन देशों चीन (13 करोड़), भारत (9.8 करोड़) और अमेरिका (3.2 करोड़) में होंगे।डायबिटीज को धीमी मौत भी कहा जाता है। यह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले, तो उसे फिर जीवन भर छोड़ती नहीं। यानी इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। केवल बेहतर जीवनशैली, खानपान और एक्सरसाइज के जरिए ही इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों के उचित देखभाल की सलाह देते हैं।