बिहार राज्य के जिला जमुई के गिद्धौर प्रखंड से संजीवन कुमार सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि राज्य के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने शनिवार को कहा कि बिहार देश का दूसरा हरित क्रांति का केंद्र बनेगा। कृषि को नई दिशा व दशा देने के लिए कृषि रोड मैप में कई नई योजनाएं शामिल की गई है। अब देश की थाली में बिहार का व्यंजन होगा । राज्य में छह अरब से कस्टमहायरिंगस्थापित हो रहे हैं। आधुनिक तकनीक से खेती के लिए कृषि यांत्रिकीकरण पर 160 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे इसके लिए अब तक 15 लाख किसानों का ऑन लाईन निबंधन किया गया है मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को सबसे पहले बिहार हासिल करेगा। यहां जैविक खेती को प्राथमिकता के तौर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदूषण की वजह से ग्लोबल वार्मिंग व मौसम में बदलाव की समस्या पैदा हो रही है।मौसम के बदलाव का असर किसान व किसानी पर नहीं पड़े इसके लिए 24 करोड़ की राशि से 10 हजार गांवों के एक लाख किसानों को प्रशिक्षण देकर समेकित खेती से जोड़ा जाएगा।सुखाड़ की मार से किसानों को बचाने के लिए उन्हें कम ¨सचाई वाला सहभागी धान के बीज मुहैया कराए गए हैं। किसानों को आकस्मिक फसलों में मक्का, कुलथी, उड़द, तोरिया आदि की खेती के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।