बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से भीम राज मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि देश की चिकित्सा व्यवस्था डराने वाली है। कुछ खास अस्पतालों को छोड़कर बाकी सभी अस्पतालों में स्थिति भयावह है। इनमें न तो उचित व्यवस्था है और न मरीजों को देखने के लिए पर्याप्त डॉक्टर। आज गरीब मजबूरी में ही सरकारी अस्पतालों में जाता है, जबकि निजी अस्पतालों के इतने नखरे हैं कि वहां अमीरों के भी पसीने छूट जाते हैं। गरीबों की इस पीड़ा पर भाजपा सरकार ने मरहम लगाने का प्रयास किया है और देश के दस करोड़ परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने की योजना बनाई है। इस योजना के लाभार्थी अपनी बीमारी का इलाज देश के किसी भी अस्पताल में करा सकेंगे, जो अभी विशेषकर गरीबों के लिए सपने की तरह है। हालांकि इस योजना को टीयर-2 और टीयर-3 वर्ग वाले नगरों व गांवों में संजीदगी से लागू करना होगा, क्योंकि अधिकतम योजनाएं यहां आते-आते कमजोर हो जाती हैं। फिर डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने पर भी सरकार को गंभीरता से काम करना होगा। डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या अस्पतालों में लगने वाली लंबी-लंबी लाइनें छोटी कर देंगी।