बिहार राज्य के जमुई जिले गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत बाणाडीह ग्राम से पोटन कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है, कि गांव की अधिकांश महिलाये बीड़ी बनाकर अपनी गुजर-बसर करती है। अपनी गरीबी एवं बेबसी के कारण अपने परिवार का पेट पालने के लिए महिलाये बीड़ी बनाने की कार्य में जुट जाते हैं, लेकिन बीड़ी मजदूरी कम होने के कारण इन्हे काफी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है। महिलाये सुबह से लेकर शाम तक बीड़ी बनाने के कार्य में लग जाती है। बीड़ी बनाने के इस प्रक्रिया में महिलाओ को, आँखों से कम दिखाई पड़ना, पैरो में सूजन आना, कमर में दर्द होना, खाँसी होना आदि प्रकार की बीमारियाँ हो जाती है। इस समस्या को देखते हुए अगर सरकार छोटे-छोटे उद्योग लगा देती, तो बीड़ी बनाने वाले सभी महिलाये अपने और अपने परिवार की जीवन सुधार सकती है।