ब्रह्मा कुमार,जिला मधुबनी के बिस्फी प्रखंड के सिसई गांव से मोबाइल वाणी के माध्यम से कबीरदास का दोहा प्रस्तुत कर रहे है जिसमे कहना है कि निश्चिन्त होकर गुरु की भक्ति करनी चाहिए तथा मन के विकारो को त्याग कर सत्य को धारण करना चाहिए,मन में उठने वाले पांच विकारो को अपने बस में कर लेना चाहिए।उसके बाद किसी तरह की कोई आंच नहीं आएगी।अर्थात गुरु की भक्ति और मन को अपने बस में करने से सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिल सकती है