बिहार राज्य के मुंगेर जिले के खरगपुर से जे.पी.कायर्कर्ता और मोबाइल वाणी के संवाददाता गोरेलाल मंडल ने बताया की देश की आजादी के पूर्व से ही खादी का प्रचार हुआ उस समय नेता हुए आम जनता सभी खादी पहनते थे लेकिन धीरे- धीरे आज खादी लुप्त होने की कगार पर है। खादी बिल्कुल शुद्ध है और भारत की पहचान है।विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत है लेकिन यहाँ से अब खादी लुप्त हो चुकी है।इसलिए खादी को बचने के लिए भारत सरकार को कोई ठोस कदम उठाने चाहिए कुछ योजनाएं बनानी चाहिए जिस से की खादी का प्रचार-प्रसार हो सके और इसे जिवंत रखा जा सके.