बिहार राज्य के मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड से मोबाइल वाणी के लिए रामाशीष सिंह ने बताया की बिहार सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं की शक्तियों का पूर्णयन किया है यह क्रूर मजाक था कहना कठिन है.बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में विभन्न संकल्पों द्वारा उपरोक्त संस्थाओ को 2001 से ही शक्तियों का पूर्णयान किया है।लेकिन सोलह साल गुजर गए किसी भी विभाग के जिला स्तर ही नहीं वरन प्रखंड सत्रीय कर्मचारी पदाधीकारी एवं पंचायत त्रिस्तरीय पदाधीकारी भी ठेंगा दिखने से नहीं चूकते।पंचायत सचिव,पंचायत रोजगार सेवक, आवास सहायक,आंगनवाड़ी सेविका स्वस्थ केंद्र की एएनएम भी मुखिया के उचित निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं। पंचायत सचिव पंचायत कार्यालय में नियमित उपस्थित होना भी शायद उचित नहीं समझ रहे हैं.
